SHIV CHALISA LYRICS IN ENGLISH FUNDAMENTALS EXPLAINED

shiv chalisa lyrics in english Fundamentals Explained

shiv chalisa lyrics in english Fundamentals Explained

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लै त्रिशूल शत्रुन को मारो । संकट से मोहि आन उबारो ॥

As many are the types of Shiva, so Most are her divine consorts, particularly if we take into account the Puranas. They characterize the strength of the certain aspect that Shiva embodies every so often. So We now have Uma, the benefactress; Sati, the bride who throws herself into the fire through the sacrifice officiated by her father, Daksha, responsible of having excluded Shiva from your sacrifices for her resigned and ascetic visual appeal; Parvati, daughter of the Himalayas; the black Kalì, the destroyer; Bhairavi and Durga.

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा। बिकट रूप धरि लंक जरावा।।

राम दुआरे तुम रखवारे। होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥

भक्त अपने जीवन में पैदा हुई कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने के लिए श्री शिव चालीसा का नियमित पाठ करते हैं। श्री शिव चालीसा के पाठ से आप अपने दुखों को दूर कर भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं। शिव चालीसा का पाठ हमेशा सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद करना चाहिए। भक्त प्रायः सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, त्रयोदशी व्रत एवं सावन के पवित्र महीने के दौरान शिव चालीस का पाठ खूब करते हैं।

शिव चालीसा के माध्यम से आप भी अपने दुखों को दूर करके शिव की अपार कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥

सब read more सुख लहै तुम्हारी सरना। तुम रच्छक काहू को डर ना।।

पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

पाठ पूरा हो जाने पर कलश का जल सारे घर में छिड़क दें।

कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥

अर्थ: माता मैनावंती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांये अंग में हैं, उनकी छवि भी अलग से मन को हर्षित करती है, तात्पर्य है कि आपकी पत्नी के रुप में माता पार्वती भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल आपकी छवि को और भी आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा शत्रुओं का नाश किया है।

कर के मध्य कमंडलु चक्र त्रिशूल धर्ता ।

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